28-07-2020

28-07-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – इस बेहद नाटक में तुम वन्डरफुल एक्टर हो, यह अनादि नाटक है, इसमें कुछ भी बदली नहीं हो सकता” प्रश्नः- बुद्धिवान, दूरादेशी बच्चे ही किस गुह्य राज़ को समझ सकते हैं? उत्तर:- मूलवतन से लेकर सारे ड्रामा के आदि-मध्य-अन्त का जो गुह्य राज़ है, वह दूरादेशी … Continue reading 28-07-2020